शनिवार, 25 अगस्त 2012

उत्तर प्रदेस में मुसलमानों द्वारा मचाया जा रहा आतंक कानूनन गलत है लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है जैसे आप लोगो ने मुसलमान सिंग आतंकवादी को वोट देकर उसके टपोरी बेटे को मुख्यमंत्री बनवा दिया वैसे ही संसदीय चुनाव में भी वोट देकर मुसलमान सिंह को
 प्रधानमंत्री बनवा देना १०० दिन में भारत को मुस्लिम राष्ट्र न घोषित कर दिया तो ,,,,,,
मुसलमान तुम्हारी माँ बहन को भी उठा कर ले जायेगा तो भी पुलिस तुम्हारी रिपोर्ट नहीं लिखेगी
इसी का नाम तो सेक्युलरिज्म है




शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,
दुनिया में सबसे ज्यादा भारत को ही लूटा ज़ा रहा है, भारत और चीन की तुलना करके देखिये की चीन तेजी से ऊपर क्यों ज़ा रहा है .....विदेशी कम्पनियां चीन को नहीं लूट पाती है क्योकि.....

१-भारत में इस समय अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार सत्ता में है,
 जब की चीन में भ्रष्ट लोगो के लिए मौत की सजा का कानून है और अभी अगस्त में २ बड़े अधिकारियो को फांसी दे दी गयी है.

२-भारत की सरकार कालाधन जमा करने वालो को बचाती है, जब की चीन की सरकार ने अभी अभी स्वामी रामदेवजी के 4जून के अनशन से प्रभावित होकर विदेश में खाता रखने वालो के लिए फांसी की सजा का प्राविधान किया है.

३-भारत में एक प्रभावी लोकपाल के लिए जनता को सड़क पर उतरना पड़ रहा है, वही चीन में भ्रष्टो के लिए फांसी का कानून रामबाण सिद्ध हो गया है, अब तो कालाधन रखने वाले भी इसी श्रेणी में आ गए है जो की स्वामी रामदेवजी के कारन हुआ.

४-भारत में हर मंत्रालय सिर्फ आयात पर जोर देता है जिससे की कालाधन बनाया ज़ा सके, चीन की सरकार सिर्फ निर्यात पर जोर देकर अकूत विदेशी मुद्रा कमा रही है.आयात को कम करते ज़ा रहे है.

५-भारत में विदेशी कंपनी आती है तो सिर्फ ऑफिस खोलकर बाहर से सामान आयात करके भारत को बाजार बनाते है, निर्यात नहीं करते है जिससे भारत का ही पैसा बाहर ज़ा रहा है, जब की चीन में विदेशी कंपनी आती है, कारखाना लगाती है, चीनियों को रोजगार देती है,चीन का कच्चा माल प्रयोग करती है, सारा सामान चीन से बाहर निर्यात करके अकूत विदेशी मुद्रा चीन को मिलती है.

६-भारत में देशी कंपनियों को प्रताड़ित किया जाता है और उन्हें टैक्स और कानून के शिकंजे में फंसाकर विदेशी कंपनियों को खुश किया जाता है, जब की चीन में सरकार खुद देशी कंपनियों को बताती है किस प्रकार उत्पादन बढ़ाये और निर्यात बढ़ाये, इसके लिए उन्हें विदेशी कानूनों से भी बचाया जाता है. देशी कंपनियों को दुनिया भर की रियायत दी जाती है.

७-भारत में एक ही काम के लिए बीस टैक्स और बीस कानून हैं, चीन में कानून पारदर्शी और अपरिहार्य कानून और टैक्स है जो निर्यात में मदद करते है.

८-भारत में लालफीता शाही घुसखोरी का मुख्य कारण है, चीन में घुस खोरी की सजा फांसी है. हर मर्ज की एक दवा है. सही काम तुरंत होता है, सरकार बाधा के सख्त खिलाफ है.

९-भारत सरकार के ऊपर ३४ लाख करोड़ रुपये का कर्जा है, जब की चीन सरकार अकेले अमेरिका को ही ७५० करोड़ डालर का कर्जा दे रखा है, बाकि का कोई हिसाब नहीं है,

१०-भारत का ४०० लाख करोड़ रूपये का कालाधन ७० विदेशी बैंको में जमा है जो भारत के किसी काम नहीं आ रहा है, जबकि चीन की सरकार ने अन्दर ही अन्दर अपना कालाधन वापस ले लिया है और प्रक्रिया जोर से चालू है. अब तो कालाधन के खातेदरों केलिए भी फांसी की सजा निर्धारित कर दिया है.

११-भारत में गोपनीयता के नाम पर सेना में भारी लूट मची है और सेना की ताकत प्रभावित हो रही है, जब की चीन में फांसी की सजा का प्राविधान होने के कारन सेना भ्रष्टाचार से पूरी तरह मुक्त है.

१२-भारत में अंग्रजी दवा बनाने वाली विदेशी कंपनियों की लूट मची है, चीन में आदि काल से ही आयुर्वेदिक औषधियों को प्राथमिकता दी जाती है.विश्व में सबसे ज्यादा देशी दवाये चीन में प्रयोग की जाती है, भारत दुसरे नंबर पर है जब की चीन में करीब १३५ करोड़ लोग है, भारत में १२१ करोड़. भारत के सबसे ज्ञानवान आयुर्वेदिक पंडित आचार्य बालकृष्ण जी को फर्जी जांच में उलझाया जाता है क्योकि वह रामदेव जी के सहयोगी है.

१३-भारत में सरकार के पास भ्रष्टाचार रोकने की इक्षाशक्ति नहीं है, जब की चीन में हर मर्ज की एक दवा है-"भ्रष्टो को मौत"

१४-भारत में ४५% लोग अशिक्षित है और १% लोग अंगेजी जानते है, चीन में १००%शिक्षा चीनी भाषा में दी जाती है और उनके कम्पुटर भी अंग्रेजी में नहीं, चीनी भाषा में होते है.

१५-भारत में विदेशी घुसपैठिये को वोटर कार्ड दिया जाता है, चीन में विदेशियों को इतनी ताड़ना दी जाती है की कोई वहा गलत तरीके से जाता ही नहीं और गया तो छुप नहीं पाता है, चीन के लिए खतरा बने लोग ऊपर भेज दिए जाते है, भारत में मुक़दमा किया जाता है और बिरयानी खिलाई जाती है.

१६-भारत अपनी जमीन छोड़ देता है और पीछे हटने को बोल दिया जाता है, जबकि चीन औसत हर साल करीब एक जिले के बराबर जमीन कही न कही कब्ज़ा करता है.

१७-भारत में सरकार ने ऐसे व्यवस्था बना दिया है की बच्चों के पालन में ही पूरी उर्जा समाप्त हो जाती है और पूरा परिवार त्रस्त रहता है, जब की चीन सरकार आम जनता को दुनिया भर की रियायत देती है, शिक्षा और सुरक्षा सरकार फ्री में करती है और निर्यातक नीति की वजह से सबको काम दिया जाता है, माता पिता को सिर्फ एक संतान पैदा करने की अनुमति है.

१८-भारत में वोट की राजनीति होती जिसकी वजह से लोकतंत्र को लूटतंत्र में बदल दिया गया है, चीन में सिर्फ यही एक चीज नहीं है इसलिए हमें विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का गौरव मिला हुआ है. भारत में हर कदम वोट को ध्यान में रखकर उठाया जाता है.

"इन्ही सब कारणों से भ्रष्टो को जीने का हक़ नहीं है, उन्हें फांसी होनी ही चाहिए"




शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,
हमारी दुर्दशा का कारण …

हमारे देश का लगभग 400 लाख करोड़ रुपये कालाधन देश-विदेशों में जमा है तथा देश गरीबी, महंगाई व बेरोजगारी आदि समस्याओं से जूझ रहा है। आज पूरा राष्ट्र एक बहुत बड़े संकट के दौर से गुजर रहा है। पूरे देश में त्राहि-त्राहि मची
 हुई है। सभी जाति, वर्ग व सभी मजहबों के लोग भ्रष्ट- व्यवस्था से त्रस्त हैं। देश के 121 करोड़ लोगों में एक बहुत बड़े परिवर्तन के लिए जबरदस्त आक्रोश है। भारत माता के सीने को देश के ही कुछ गद्दारों ने धोखा व विश्वासघात करके लहू-लुहान कर दिया है। ऐसे में करोड़ो देशभक्त नागरिकों के हृदय में जुनून, आक्रोश, शौर्य व स्वाभिमान उमड़ रहा है और उनका खून खौल रहा है। जब कालेधन, भ्रष्टाचार, महंगाई व गरीबी के मुद्दे पर मिस्र, लीबिया व ट्यूनेशिया में प्रलयंकारी परिवर्तन हो सकता है तो भारत में शान्तिपूर्ण व अहिंसक परिवर्तन क्यों नहीं। अब और कितने दिनों तक लुटते रहेंगे तथा गरीबी, भूख व अपमान की जिंदगी जीते रहेंगे। आज जब देश को लूटने में यदि कुछ चंद लोग हैं तो भारत माता की रक्षा के लिए करोड़ों लोगों के खड़े होने की आवश्यकता है।
हमारा देश कमजोर नहीं है, हमारी किस्मत(भाग्य) या कर्म भी खराब नहीं तथा हम अपनी जाति, वर्ग या मजहब के कारण गरीब, अनपढ़ या बेरोजगार नहीं हैं, बल्कि कालाधन, भ्रष्टाचार व भ्रष्ट-व्यवस्था के कारण हमारी व हमारे देश की यह दुर्दशा हुई है।




शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,
नीतिस कुमार, सोनियागांधी, राहुलगाँधी, प्रियंका गाँधी, सरद पवार, ममता बनर्जी, मायावती, मनमोहन सिंह और मुलायम सिंह मिल कर सामूहिक प्रधानमंत्री का चुनाव "नरेन्द्र मोदी" के खिलाफ लड़ेगे फिर भी नरेन्द्र मोदी २०१४ में दो तिहाई बहुमत से सरकार बनायेगे 
भविष्य वाणी २०१४

शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,
कोयला घोटाला मनमोहन सिंह ने नहीं १० जनपथ की डायन अंग्रेजन ने करवाया है, पूरा पैसा भी उसी ने लिया है दुनिया की चौथी अमीर बनने के लिए, और इसका खुलासा भी सी ऐ जी ने उसी डायन के कहने पर किया है प्रधानमंत्री को रास्ते से हटा कर रौल विंसी (गोरे क
ौवे) को प्रधानमंत्री बनाने के लिए, देखते जाइये इस "रोम" राज्य में और क्या क्या होता है..
"कांग्रेस का हाँथ "रोम" राज्य के साथ"
मनमोहन सिंह क्या? घोटाला करेगा,
देस के सारे घोटाले तो सोनिया करवाती 




शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,
स्वामी रामदेव जी जैसे युग द्रष्टा और आचार्य बालकृष्ण जैसे जन कल्याणी लोगो को षड्यंत्र करके परेसान कर, साथ में खड़ी पार्टियो और बिपक्छ को सी बी आई का डर दिखा कर और आम जनता की आँखों में धुल झोक कर घोटालो का रिकार्ड बना रहा नेहरु खानदान और कां
ग्रेस सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि आम आदमी के सब्र का बांध टूटने वाला है जिसदिन आम आदमी सड़क पर आ गया उस दिन भारत तो क्या दुनिया कि कोई ताकत "इंडियन कर्नल गाद्दाफियो" को नहीं बचा पायेगी
आम आदमी




शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,

हे भारत वासिओ तुम इंडियन मतलब जंगली हो तभी तो ४०० सालो तक मुगलों के गुलाम बने रहे २०० सालो तक हमारे भर्तारो (अंग्रेजो) के गुलाम बने रहे और आज मुझ जैसी अंग्रेजन के गुलाम हो मै तुम्हे खा रही हु और पुरे देस को खा जाउंगी मै दुनिया की छठवी ताकतवर और चौथी अमीर बन गई तुम कुत्तो की तरह आपस में लड़ते रहो, तुम गुलाम थे गुलाम हो और गुलाम रहोगे क्युकी तुम्हारी मानसिकता गुलाम है  
तुम मुझ जैसी डायन के तलवे चाटते हो और स्वामी रामदेव जी जैसे लोगो पर लाठिया बरसाते हो गधे भी तुमसे समझदार होते है
मै हु सोनिया डायन तुम्हे तुम्हारी औकात बता रही हु
भारत को गुलाम बनाना मेरा सपना था मैने नेहरु खानदान के लौंडे को अंग्रेजी भोगासन सिखा कर गुलाम बना लिया तुम तो थे ही नेहरु की भेड़ हो गया भारत मेरा गुलाम मै दुनिए की चौथी अमीर हु लेकिन मेरी सम्पत्ति के बारे में पूंछ भी नहीं सकते, पूछने का साहस स्वामी रामदेव जी ने किया था तुमको योग और आयर्वेद सिखाया स्वदेसी का पाठ पढाया मेरा काला धन माँगा पांच सौ नोटिस ठोक दिया पांच हजार सरकारी भारतीय कुत्ते छोड़ दिया उसके उपर और दो सौ संसदीय कुत्ते भोकने के लिए लगा रक्खे है ये सब जानने के बाद भी तुम भारतियो मेरे तलवे चाटोगे और हमें वोट भी दोगे "तुम गुलाम हो" भारत में लोक तंत्र नहीं मेरा तंत्र चलता है  


शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,