शनिवार, 17 दिसंबर 2011

"क्रिकेट" से जुड़े किसी भी ब्यक्ति को भारत रत्न देने का अर्थ "बिग बास" बाला शन्नी लिओन को देना होगा

"क्रिकेट" से जुड़े किसी भी ब्यक्ति को भारत रत्न देने का अर्थ "बिग बास" बाला शन्नी लिओन को देना होगा "क्रिकेट" एक पूर्णतया घटिया ब्यवसाइक, भारतीय गुलामी का प्रतिक, देश के राष्ट्रिय खेल हाकी सहित सभी खेलो का बिनाशक, बिदेसी कम्पनियो का प्रस्तुत कर्ता और तमाम आर्थिक अपराधो की जड़ है इसे खेल कहना किसी भी खेल या फिर खेल भावना की तौहीन होगी, यदि भारतीय क्रिकेट की तुलनात्मक विवेचना की जाय तो शुशील, सुंदर, धनाढ्य, बहुचर्चित पूरी तरह से समर्पित ब्यवसाई "बिग बास" बाला कुमारी शन्नी लिओन से ही की जा सकती है, ख़ैर छोडिये अगर सच कहा जाय तो भारत रत्न के हक़दार सिर्फ तीन छेत्र से होने चाहिए पहला अन्नदाता "किसान", दूसरा सर ढकने को, तन ढकने को देने वाला "मजदूर" और तीसरा देश की रक्छा करने वाला "जवान" पर अफसोस इस देस में इनके बारे में सोचने की किसी को फुरसत ही नहीं है