सोमवार, 15 अप्रैल 2013

"टोपी भी पहननी पड़ेगी, तिलक भी लगाना पड़ेगा" नितीस कुमार एक बाप की औलाद हो तो किसी मुसलमान को तिलक लगा कर दिखाओ

श्रीमान नितीस कुमार जी ने "टोपी और तिलक" से अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी श्रीमान मोदी जी को पटकनी देने की कोशिश करते हुए कहा कि देस चलाने के लिए टोपी भी पहननी पड़ेगी और तिलक भी लगाना पड़ेगा, यूँ तो नितीस जी ने टोपी का तीर मोदी जी पर छोड़ा था लेकिन अति उत्साह में तिलक वाला तीर भी दे मारा जो उलट कर उन्हें ही आ लगा, इस तिलक के तीर को सोसल मिडिया ने ऐसा पकड़ा ऐसा पकड़ा कि आज दो दिन से सोसल मिडिया में नितीस का तिलक ही छाया हुआ है, सोसल मिडिया का कहना है "नितीस जी जिनकी टोपी पहनने और देस को पहनाने कि बात कर रहे हो अगर असली सेक्युलर हो या सेक्युलरो के झंडाबरदार हो तो उन्हें तिलक लगा के दिखा दो" या  राजनीती छोड़ दो, अब नितीस भाई करे तो क्या करे बात तो बिलकुल सच है धर्म निरपेक्छ्ता सिर्फ टोपी पर तो लागु हो नहीं सकता यदि १०० करोड़ लोगो को आप टोपी पहना सकते है या पहनने कि सलाह दे सकते है तो कम से कम एक को तो तिलक लगवा के दिखाओ और अगर ऐसा नहीं कर सकते तो राजनीती छोडो
शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,

शुक्रवार, 12 अप्रैल 2013

"अनिवार्य मतदान"


यदि २०१४ से पहले "अनिवार्य मतदान" का कानून नहीं बना तो यु. पी. ऐ. मुलायम सिंह, ममता बनर्जी, मायावती, करूणानिधि, सरद पवार, अजित सिंग, लालुयादाव, रामबिलास, नीतिस कुमार, केजरीवाल, अन्ना हजारे, प्रकास करात, और सरद यादव जैसे दलालों के मदत से फिर सरकार बना लेगी
कुल मतदाताओ में ४०% मतदाता परमपूज्य स्वामी रामदेव जी के भक्त है स्वामी जी के लिए वोट करेगे और यही बी जे पी जैसी राष्ट्र वादी पार्टियो के समर्थक है लेकिन दुर्भाग्य से यही ३०% मतदाता वोट करने ही नहीं जाते "अनिवार्य मतदान" के कानून के आलावा इनसे मतदान नहीं कराया जा सकता    
चुनाव में मुकाबला गुन्डे, चोर, बलात्कारी, खूनी, भ्रष्ट नेताओ और इमानदार राष्ट्रवादी नेताओ के बीच भले ही हो लेकिन जीत फतवाई मुसलमान, बिरयानी और पौवे पर वोट डालने वाले अज्ञानी आम आदमी, पैसे पर वोट बेचने वाले भ्रष्टाचारी की हो जाती है क्युकी समझदार और विवेकशील जिनमे देस को नेत्रित्व देने की समझ होती है वो मतदान ही नहीं करता
देस में ब्यवस्था परिवर्तन, भ्रष्टाचार उन्मूलन, काला धन आवर्तन तभी होगा जब संसद में राष्ट्रवादी पहुचेंगे जो बिना "अनिवार्य मतदान" के हो ही नहीं सकता तो २०१४ तक "गंभीर आन्दोलन" अनिवार्य मतदान के लिए चलाया जाना चाहिए इसके लिए परम पूज्य स्वामी रामदेव, नरेंद्र मोदी, सुब्रमनियम स्वामी तथा सभी राष्ट्रवादियो को आगे आना चाहिए
देस में ब्यवस्था परिवर्तन, भ्रष्टाचार उन्मूलन, काला धन आवर्तन चाहिए तो "अनिवार्य मतदान" कानून के लिए आन्दोलन तेज करो            

शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,

गुरुवार, 11 अप्रैल 2013

समस्याओ का समाधान, सिर्फ अनिवार्य मतदान

मतदान अनिवार्य कर दिया जाय तो गुन्डे, चोर, बलात्कारी, खूनी, और भ्रष्ट संसद में पहुचना बंद हो जायेगे, कम से कम कांग्रेस  पूरी तरह से ख़त्म हो जाएगी आज परम पूज्य स्वामी रामदेव जी, भारतीय जनता पार्टी और देस के सारे संत समाज को मिलकर अनिवार्य मतदान के लिए कानून बनाने के पच्छ में आन्दोलन करना चाहिए, कांग्रेस को वोट फतवाई मुसलमान, बिरयानी और पौवे पर वोट डालने वाले अज्ञानी आम आदमी, पैसे पर वोट बेचने वाले भ्रष्टाचारी और कांग्रेसी दलाल जिनकी संख्या १०% भी नहीं है, औसतन ६०% मतदान होता है ४०% वोटर जो मतदान नहीं करता उनमे से ३०% मतदाता मध्यवर्गीय समझदार और विवेकशील होता है जिनमे देस को नेत्रित्व देने की समझ होती है लेकिन इनसे बिना कानून के मतदान नहीं करवाया जा सकता जिसदिन यह ३०% मतदाता वोट करेगा देस की तकदीर बदल जाएगी

शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है,