कांग्रेस पार्टी १८८५ से लेकर आज २०११ तक किसान, जवान और मजदुर से कभी नाता नही रक्खा, "एलन हूम" से निकल कर १९१५ के "गाँधी" से होते हुए २०११ के "गाँधी" तक कोई भी किसान जवान और मजदुर नहीं रहा, चाँदी की थाली में सोने के चम्मच से खाने वाले लोग गरीबो की थाली से रोटी तक चुरा कर बेच कर बिदेसो में जमा करने वाले, गरीबो को ही मिटा कर गरीबी दूर करने के सूत्र लागु करने वाले लोग १२६ साल के अपने इतिहास में एक भी अपने राष्ट्र हित में किये गए कार्य को बताये जिन पर उनको गर्व हो ? वर्ना देश से पूंछे देश कांग्रेस की १०० एसे अत्याचारों को बता देगा जिसका परिणाम है लाचार इंडिया (जंगल), मजबूर इंडियन (जंगली), और बिकासशील भारत ॐ जयहिंद बंदेमातरम
शम्पूर्ण आजादी, विकेन्द्रित विकासवाद, अध्यात्मिक समाजवाद के लिए समग्र क्रांति ही हमारा लक्छ्य है, "सत्य से लड़ेंगें, सत्य के लिए लड़ेंगें और सत्य के साथ लड़ेंगें" "हमेसा आगे रहो या दुसरे को आगे जाने दो" "अगर तुम अच्छे हो तो मै बुरा नहीं हो सकता"
शनिवार, 22 अक्तूबर 2011
"कांग्रेस पार्टी" = "अंग्रेज" "अंग्रेजी" और "अंग्रेजियत"
कांग्रेस पार्टी १८८५ से लेकर आज २०११ तक किसान, जवान और मजदुर से कभी नाता नही रक्खा, "एलन हूम" से निकल कर १९१५ के "गाँधी" से होते हुए २०११ के "गाँधी" तक कोई भी किसान जवान और मजदुर नहीं रहा, चाँदी की थाली में सोने के चम्मच से खाने वाले लोग गरीबो की थाली से रोटी तक चुरा कर बेच कर बिदेसो में जमा करने वाले, गरीबो को ही मिटा कर गरीबी दूर करने के सूत्र लागु करने वाले लोग १२६ साल के अपने इतिहास में एक भी अपने राष्ट्र हित में किये गए कार्य को बताये जिन पर उनको गर्व हो ? वर्ना देश से पूंछे देश कांग्रेस की १०० एसे अत्याचारों को बता देगा जिसका परिणाम है लाचार इंडिया (जंगल), मजबूर इंडियन (जंगली), और बिकासशील भारत ॐ जयहिंद बंदेमातरम
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