सोमवार, 31 अक्तूबर 2011

"अन्ना हजारे और काली बिल्ली"

अन्नाहजारे जी आप एक अच्छे "इन्सान" है निर्विवाद सत्य है, आप "गाँधीवादी" है रहिये कोई बात नहीं हर इन्सान को कमजोरी छिपाने के लिए एक नाम की जरुरत होती है, आप "लोकपाल बिल" चाहते है अच्छा है, देश का हर नागरिक यही चाहता है, लेकिन आप देस का अच्छा सोचकर भी देस का बुरा कर रहे है और आप इसबात को समझने के लिए तैयार नहीं है की देस को लोकपाल बिल चाहिए लेकिन साथ में "कालाधन" और "ब्यवस्था परिवर्तन" भी चाहिए, बिना "काले धन" और "ब्यवस्था परिवर्तन" के "लोकपाल बिल" सिर्फ और सिर्फ एक ढोल से अधिक कुछ नहीं होगा देस एसे ही भूखा नंगा घूमता रहेगा आप उसे गले में डालकर बजाना और राहुल बाबा के लिए वोट मांगना, महात्मा अन्ना जी, यदि आप आत्म परिक्च्झण करना चाहते है तो कृपया कल से बोलना सुरु कर दीजिये की "कलाधन" "ब्यवस्था परिवर्तन" और "लोकपाल बिल" तीनो साथ में चाहिए फिर देखिये दूध का दूध, पानी का पानी हो जायेगा, भ्रष्टाचारियो, अत्याचारियो, दलालों, देशद्रोहियो, पूंजीपतियो, पूंजीवादियो, काले धनकुबेरो, लुटेरो की डुग डुगी मिडिया जो अभी "अन्ना बाथरूम के अंदर" "अन्ना का बैल हरियाणा में" "अन्ना की गाय पंजाब में" "अन्ना का गधा कश्मीर में" दिखा कर देश को पका रही है वो गधे के सर के सींग की तरह एसे गायब हो जाएगी जैसे कभी उगी ही नहीं थी फिर आप राले गाँव में "रहट" चला कर लोगो को पानी पिलाते रहना, बड़ा अफसोस होगा एसा होने पर लेकिन कम से कम आप को ये बात समझ में आ जाएगी कि भ्रष्टाचारियो, अत्याचारियो, दलालों, देशद्रोहियो, पूंजीपतियो, पूंजीवादियो, काले धनकुबेरो, लुटेरो ने आपको कठपुतली बना रक्खा है, और कही आप का जमीर जाग गया तो देश का भला होगा, हमारी तीनो मागे ("कलाधन" "ब्यवस्था परिवर्तन" और "लोकपाल बिल") पूरी होगी और आप "काली बिल्ली" कि तरह रास्ता काटने के पाप से भी बच जायेगे ॐ बन्दे मातरम जय हिंद

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